गगन को दर्द की समस्या थी। वह जब भी शौचालय जाता था, उसके पेट में तीव्र दर्द होता था। चिकित्सकों ने उसे अल्ट्रासाउंड करवाने को कहा। परन्तु अल्ट्रासाउंड करवाने से पहले उसकी पत्नी उसे उसके माता पिता के साथ बड़े मंदिर दर्शन के लिए ले गयी।
परिवार को पता चला था कि लंगर खाने से तन और मन स्वस्थ हो जाते है परन्तु गगन को इस पर विश्वास नहीं था। उसने परिवार के साथ दर्शन किये और लंगर कर के मंदिर से बाहर आ गया ।
वह लोग बहुत दूर नहीं जा पाए थे कि गगन को उल्टी आ गयी। उसने सोचा कि जब वह लंगर भी नहीं पचा पाया तो उसका शरीर कैसे स्वस्थ बनेगा। उसकी पत्नी अचानक बोली: उल्टी से उसके शरीर से सारा रोग बाहर निकल गया है। उसकी पत्नी ने शायद गगन के मन में आये हुए विचारों का उत्तर दिया था।
घर वापस आ कर जब गगन शौचालय गया तो उसने अनुभव किया कि अब उसे बिलकुल भी दर्द नहीं हुआ था। उसे अभी भी संदेह था कि क्या वह वास्तव में ठीक हो गया है? अगले दिन सुबह भी उसे दर्द नहीं हुआ और उसके बाद उसे कभी भी दर्द नहीं हुआ। गगन को अब विश्वास है कि यह सब गुरुजी के लंगर का ही चमत्कार है।
गगन, एक भक्त
जुलाई 2015