हम गुरुजी के पास 13 साल पहले फरवरी 1995 में आए थे। उसी दिन और लगभग उसी समय जब हम गुरुजी के पहली बार दर्शन कर रहे थे, मेरी पत्नी को प्रिन्सिपल सेक्रेटरी के पद पर तरक्की मिली। फिर, एक शाम गुरुजी ने मुझे अपनी संगत से परिचय करवाया, और मुझे ऊँचा पद प्रदान किया। अगले दिन मेरी तरक्की की खबर भी आ गई। यहाँ तक कि मुझे पता चला कि जिस समय गुरुजी मुझे ऊँचा पद प्रदान कर रहे थे, उसी समय मेरे साथियों और मेरी लखनऊ में तरक्की हो रही थी।
अपनी जीविका बदलने के बाद भी, गुरुजी की कृपा मुझ पर बनी रही। जिस दिन मैं गुरुजी से मिला था, उसी दिन गुरुजी ने भविष्यवाणी कर दी थी कि मैं इंडियन पुलिस सर्विस (आइ. पी. एस.) छोड़कर राजनीति में प्रवेश करूँगा। कुछ महीनों में, मैंने स्वेच्छापूर्वक आइ. पी. एस. से इस्तीफा दे दिया, यद्यपि मेरी सेवानिवृत्ति में अभी पाँच साल बाकी थे। मैं भारतीय जनता पार्टी (बी जे पी) में शामिल हो गया। सितम्बर 1996 में मैं विधान-सभा के लिए चुनाव लड़ा और वह सीट सशक्त डी. पी. यादव से जीती, जो वो सीट तीन बार लगातार जीत चुके थे।
मैं गुरुजी के दिव्य हस्तक्षेप की वजह से जीता। चुनाव के दौरान व्यवस्था बनाए रखने के लिए जलंधर से पंजाब आर्म्ड पुलिस का एक यूनिट तैनात किया गया। मेरे विरोधी के गुंडों को दूर रखा गया, और मेरे मतदाता बिना किसी दबाव के वोट दे पाए। मेरा यह पक्का विश्वास है कि गुरुजी के अदृश्य आदेश ने मेरे विरोधियों को चुनाव में हेराफेरी करने से रोका।
परन्तु हमने शक्तिशाली अधिकारीयों की दुश्मनी मोल ले ली। किन्तु गुरुजी की कृपा ने हमें बहुत ही मुश्किल समय से निकाल लिया। उनके आशीर्वाद ने हमें संभाला और हमने अपनी लड़ाई जारी रखी। और अभी तक हमारे दुश्मन कामयाब नहीं हुए हैं।
एक दिन जलंधर में, कृपालु गुरुजी ने अपने आशीर्वाद से मेरी कोलेस्ट्रॉल की समस्या भी दूर कर दी। मुझे उच्च ट्राइग्लिसराइड लिपिड प्रोफाइल था, पर अगले दिन कराए गए टेस्ट में वह संख्या 125 तक नीचे आ गयी थी। एक महीने पहले वह लगभग 400 थी।
मेरे परिवार के सदस्यों को, खासकर मेरी तीन बेटियाँ जो होशियार छात्राएँ हैं, गुरुजी के दिव्यता में पूरी आस्था है। गुरुजी के आशीर्वाद से, वे अपने लिए जो भी लक्ष्य निर्धारित करती हैं उसे हासिल कर लेती हैं। हम सब गुरुजी के और भगवान के बहुत आभारी हैं और हम सदा उनका आशीर्वाद प्राप्त करते रहें।
महेन्द्र एस. यादव, एक भक्त
नवम्बर 2008